गरिमा लोहिया का जीवन परिचय | IAS Garima Lohia Biography In Hindi
( गरिमा लोहिया का जीवन परिचय, करियर, उम्र ,शिक्षा, परिवार, यूपीएससी का संघर्ष,Garima Lohia Biography, birth, paribar, education, age, collage, upsc struggle )
IAS Garima Lohia kon hai : नमस्कार दोस्तों, आज इस लेख में हम आपको गरिमा लोहिया के जीवन परिचय के बारे में जानकारी देंगे आप सभी जानते हैं कि संघ लोक सेवा आयोग हर साल सिविल परीक्षा का आयोजन कर करवाता है इस परीक्षा को पूरे भारत में लाखों विद्यार्थी देते हैं
आज के समय में यदि कोई भी विद्यार्थी अपना अच्छा भविष्य बनाना चाहते हैं तो उनके लिए सिविल सेवा बहुत अच्छा मध्य में अपने शानदार करियर बनाने का इस परीक्षा को देने आप एक आईएएस अधिकारी बन सकते हैं
सभी लोगों का एक ही सपना होता है कि हम एक आईएएस अधिकारी बने लेकिन इस सपने को वही विद्यार्थी पूरा करते हैं जो कड़ी मेहनत और परिश्रम करते हैं
आप सभी जानते हैं सिविल सेवा परीक्षा 2022 का रिजल्ट 23 मई को घोषित हुआ है इसके साथ गरिमा लोहिया का दूसरा स्थान सिविल सेवा परीक्षा में रहा है पहला स्थान नोएडा की इशिता किशोरी का है और इसी के साथ कई और भी विद्यार्थी हैं
जिन्होंने इस परीक्षा में बहुत अच्छे नंबर से पास की है गरिमा लोहिया ने बिना किसी कोचिंग दिए इस परीक्षा को पास किया है वह अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरु को देती है आइए जानते हैं गरिमा लोहिया के जीवन परिचय के बारे में विस्तार से तो हमारे शरीर को अंत तक जरूर पढ़ें
गरिमा लोहिया का जीवन परिचय | IAS Garima Lohia Biography In Hindi
नाम | गरिमा लोहिया |
जन्म | 1995 |
जन्म स्थान | बक्सर बिहार |
नागरिकता | भारतीय |
धर्म | हिंदू |
शिक्षा माध्यम | इंग्लिश |
आईएएस रैंक | दूसरा |
बैच | 2022 |
शिक्षा | ग्रेजुएशन कॉमर्स से किया था |
स्कूल | वुड स्टॉक स्कूल बक्सर |
पोस्टिंग | जानकारी नहीं |
समूह | जानकारी नहीं |
जाति | जानकारी नहीं है |
विवाह की स्थिति | अवैवाहिक |
सफल | पहले प्रयास में |
राशि | मीन |
गरिमा लोहिया कौन है (Who is Garima Lohia)
गरिमा लोहिया बिहार के बक्सर जिले मैं रहने वाली एक सामान्य परिवार की लड़की है इनके पिता का नाम नारायण प्रसाद लोहिया है गरिमा लोहिया के तीन भाई बहन है और गरिमा दूसरे नंबर कि नारायण प्रसाद लोहिया की बेटी है।
साल 2015 में गरिमा लोहिया के पिता का निधन हो गया था जो कि एक कारोबारी थे बताया जाता है पिता के निधन के बाद गरिमा लोहिया का परिवार पूरी तरह से टूट गया था।
पिता के जाने के बाद घर की पूरी जिम्मेदारी मां और गरिमा लोहिया पर आ गई मां ने सभी बच्चों को के लिए हमेशा प्रोत्साहित किया था वह चाहती थी कि मेरी बेटी आईएएस अधिकारी बने।
इसी के कारण गरिमा लोहिया ने यूपीएससी की तैयारी की और वह अपने पहले प्रयास में ही इस परीक्षा को पास किया उन्होंने साल 2022 में आए 23 मई की रिजल्ट पूरे भारत में दूसरा स्थान प्राप्त किया है इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देती है जिन्हें ने उन्हें हमेशा पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया है।
सुभाष चंद्र बोस जी की जीवनी एवं इतिहास व उपलब्धियां और उनकी मृत्यु का रहस्य, यहाँ पढ़ें पूरी जानकारी
गरिमा लोहिया की शिक्षा (Garima Lohia Shiksha)
अब हम आपको बताते हैं कि किस तरह गरिमा लोहिया ने अपने जीवन की प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की थी इन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा बक्सर जिले के वुड स्टॉक स्कूल से की थी और आगे की पढ़ाई इन्होंने दिल्ली में रहकर की है
भारत की राजधानी कही जाने वाली दिल्ली में एक कॉलेज है जिसका नाम किरोड़ीमल कॉलेज जो दिल्ली का बड़ा कॉलेज माना जाता है।
उसी कॉलेज में गरिमा लोहिया ने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है और इन्होंने कॉमर्स से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है इसके बाद इन्होंने यूपीएससी की तैयारी की है इस प्रकार इन्होंने अपनी शिक्षा प्राप्त की है।
गरिमा लोहिया का परिवार (Garima Lohia Family)
गरिमा लोहिया के पिता का नाम नारायण प्रसाद लोहिया है जो कि एक कारोबारी थे । उनकी मां का नाम सीता लोहिया है वह एक ग्रहणी थी।आस्था लोहिया उनकी छोटी बहन है वह भी पढ़ने में बहुत ज्यादा होशियार है आगे चलकर उन्होंने बताया है कि मैं अपनी बड़ी बहन के जैसे एक आईएएस अधिकारी बनूँगी ।
गरिमा लोहिया का यूपीएससी सफ़र (Garima Lohia UPSC Journey)
दोस्तों अब हम आपको बताएंगे किस तरह गरिमा लोहिया ने अपनी यूपीएससी की तैयारी की है उनका जीवन का सफर शुरुआत से ही चुनौतीपूर्ण रहा है जब वह ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रही थी तब साल 2015 में उनके पिता का निधन हो गया था।
घर की सभी जिम्मेदारी मां के ऊपर आ गई इस विकट परिस्थिति में माँ ने गरिमा लोहिया को हमेशा मोटिवेट किया है और यूपीएससी की तैयारी को करने के लिए हमेशा प्रेरित किया है गरिमा लोहिया ने बिना कोचिंग किए घर में रहकर यूपीएससी की तैयारी की है।
जब पूरा देश कोरोनावायरस की महामारी में फंसा हुआ था उसी समय गरिमा लोहिया ने साल 2020 में लॉकडाउन के समय पढ़ाई शुरू की थी जब उन्होंने अपना पहला प्रीलिम्स दिया था और उसमें वह पास नहीं हो पाए।
तो उन्होंने अपनी पढ़ाई को और ज्यादा बढ़ा दी और दूसरे प्रयास में उन्होंने इस परीक्षा को पास कर लिया
अपनी मेहनत के कारण उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा 2022 में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। कॉमर्स एंड अकाउंटेंसी यह सब्जेक्ट गरिमा लोहिया का ऑप्शनल सब्जेक्ट रहा है इन्होंने हमेशा ऑनलाइन पढ़ाई पर ज्यादा फोकस किया है।
सिविल सेवा परीक्षा 2022 के इंटरव्यू में उन्होंने बताया है कि जब मैं पढ़ाई करती थी तो माँ भी मेरे साथ रात भर जाती थी इस कठिन परिश्रम में माँ ने हमेशा मेरा साथ दिया है जब भी मैं डिमोटिवेट हो जाती थी तो मेरी माँ ही मुझे मोटिवेट करती थी।
वह हमेशा यह कहती थी कि जीवन में तुम्हें कुछ बड़ा करना है और तुम एक आईएएस अधिकारी बनकर आसानी से कर सकती हो इस बात को सुनकर मैं हमेशा मोटिवेट हो जाती
गरिमा लोहिया बताती है कि ऐसा कोई जरूरी नहीं है कि यूपीएससी की तैयारी दिल्ली में रहकर ही होती है अगर किसी की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और वह आईएएस अधिकारी बनने का सपना देखता है तो अपनी मेहनत के दम पर वह यूपीएससी का एग्जाम आराम से क्लियर कर सकता है।
वे बताती हैं कि उन्होंने मात्र ऑप्शनल सब्जेक्ट की ऑनलाइन क्लास ली थी और अन्यसब्जेक्ट उन्होंने ऑफलाइन ही सेल्फ स्टडी से पढ़े थे वह बताती है कि मैं दिन की बजाए रात में पढ़ाई करती थी।
क्योंकि रात को कोई भी डिस्टर्ब करने जैसी एक्टिविटी नहीं रहती है हर रात 9:00 बजे से सुबह 9:00 बजे तक प्रतिदिन पढ़ाई करती थी।
इस बात को गरिमा भी कहती है कि मैंने आईएएस अधिकारी बनने का सपना 3 साल पहले देखा था। इस सपने को पूरा करने के लिए मैं प्रतिदिन 8 से 10 घंटे पढ़ाई करती थी मैं बताती हैं कि जब भी मुझे पढ़ाई करने में मन नहीं लगता था उसके बाद में प्रतिदिन 2 से 3 घंटे पढ़ाई करती थी। सिविल सेवा परीक्षा को यदि किसी को पास करना है। तो उसका महत्वपूर्ण काम है यह कंसिस्टेंसी से ही पास की जा सकती है।
राहुल गाँधी जी की बायोग्राफी, यहाँ पढ़ें पूरी जानकारी
गरिमा लोहिया से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण रोचक तथ्य-
- 2015 में गरिमा लोहिया के पिता का निधन हो गया था जिसके बाद उन्हें परिवार में बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ा
- इन्होंने यूपीएससी की तैयारी घर पर ही रह कर की थी वह भी सेल्फ स्टडी के माध्यम से।
- गरिमा लोहिया को हमेशा अच्छे लोगों का पॉडकास्ट बहुत ज्यादा पसंद है
- उनके पिता एक कारोबारी थे जिसके बाद वह अपनी बेटी को आईएएस अधिकारी बनाना चाहते थे।
अंतिम शब्द
दोस्तों इस लेख में हमने आपको सिविल परीक्षा 2022 की टॉपर गरिमा लोहिया (IAS Garima Lohia Biography In Hindi) के बारे में विस्तार से सभी जानकारी बताइए वह एक ऐसी आईएएस अधिकारी है जिन्होंने घर पर रहकर सिविल परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त किया है।
Father के निधन के बाद उन्हें अपने घर पर बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा था पर इस विकट परिस्थिति में उनकी माता ने हमेशा उनका मनोबल बढ़ाया है इसी बात के कारण आज गरिमा लोहिया एक अधिकारी के रूप में सभी के सामने प्रस्तुत है।
आशा करते हैं दोस्तों हमारे द्वारा दी गई जानकारी से आप खुश होंगे इसी प्रकार और भी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमें कमेंट करें और ऐसा भी जानकारी आप अपने मित्रों को जरुर शेयर करें।
प्रश्न: गरिमा लोहिया कौन है?
उत्तर: गरिमा लोहिया सिविल परीक्षा में पूरे देश में दूसरा स्थान पाने वाली और भारत के बिहार राज्य रहने वाली एक सामान्य परिवार की लड़की है
प्रश्न: गरिमा लोहिया का वैकल्पिक विषय क्या था?
उत्तर: गरिमा लोहिया का वैकल्पिक विषय कॉमर्स एंड अकाउंटेंसी था
प्रश्न: गरिमा लोहिया को कितने अंक प्राप्त हुए?
उत्तर: गरिमा लोहिया को यूपीएससी की परीक्षा में 1110 नंबर प्राप्त हुए थे
प्रश्न: गरिमा लोहिया यूपीएससी में कौन सी रैंक प्राप्त हुई थी?
उत्तर: गरिमा लोहिया को यूपीएससी में दूसरी रैंक प्राप्त हुई थी